बच्चे के दिल में छेद (सुराख) कैसे होता है?
February 5, 2025 | Contributed by Rahul Ray
जब बच्चा गर्भ में होता है और गर्भावस्था के दौरान किसी कारणवश बच्चे का दिल पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता और दिल में छेद हो जाता है, उसे जन्मजात हृदय दोष कहते है।
बच्चे के दिल में सुराख होने के कई कारण होते है जैसे कि –
- गर्भावस्था के समय धूम्रपान का सेवन करना
- गर्भावस्था के दौरान नशीली पदार्थ का सेवन करना
- परिवार में किसी को जेनेटिक समस्या होना
- गर्भावस्था के दौरान बिना डॉक्टर के परामर्श के दवाईयां खाना
- गर्भावस्था के दौरान खान पान सही न रखना
- गर्भावस्था के दौरान मधुमेह को नियंत्रण न रखना
इस प्रकार के कुछ कारण जिससे बच्चे को गर्भावस्था के दौरान बच्चे के दिल में सुराख हो जाता है।
आइए अब जानते है कि दिल में छेद होने के लक्षण क्या होता है–
अगर किसी बच्चे को दिल में छेद है तो जरूरी नहीं है कि जन्म के बाद से ही उसका लक्षण दिखने लग जाए। कुछ दिल में ऐसे सुराख होते है कि कई सालों लग जाते है लक्षण दिखने में। लेकिन कुछ लक्षण ऐसी भी हैं आपको तुरंत इस बात का पता चल सकता है कि बच्चे के दिल में सुराख है या नहीं।
बच्चे के जन्म के बाद या बच्चा कुछ दिनों या महीनों का हो तो उसके लक्षण कुछ इस प्रकार है –
- मां का दूध पीते वक्त लंबी लंबी सांस लेना
- मां का स्तनपान अच्छे से ना करना
- मां का स्तनपान करते वक्त बार बार उल्टी होना और माथे पर पसीना आना
- बच्चे का होठ और नाखून नीला पड़ना
- वजन का बढ़ना
- बार बार सर्दी जुकाम, बुखार होना
- बार बार निमोनिया होना
- शारीरिक ग्रोथ ना होना
तो कुछ इस प्रकार से छोटे बच्चे के अंदर लक्षण दिखते है
अगर बच्चा कुछ सालों का हो तो उसके लक्षण कुछ इस प्रकार से दिखेंगे
- बार बार थकावट होना
- चलते और दौड़ते वक्त लंबी लंबी सांस लेना
- वजन न बढ़ना
- कम खाना खाना और भूख नहीं लगना
- सीने में बार बार दर्द होना
- बार बार सर्दी जुकाम, बुखार होना
- कोई भी हल्का काम करने से जल्दी थक जाना और लंबी लंबी सांस लेना
- होठों और नाखून का नीला होना
- शारीरिक ग्रोथ अच्छे से ना होना
इस प्रकार के लक्षण से आपको पता चल सकता है कि बच्चे के दिल में सुराख है या नहीं
अगर किसी बच्चे को दिल में सुराख है तो अपने नज़दीकी बाल रोग विशेषज्ञ (पीडीऐट्रिक्स ) डॉक्टर से मिलें, ताकि समय पर बच्चे का इलाज संभव हो सके। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाइट जेनेसिस फाउंडेशन पर जाएं।