जन्मजात पीड़ित बच्चों से मिलने का अनुभव
February 24, 2025 | Contributed by Shivam Gupta
मैं शिवम् गुप्ता जेनेसिस फाउंडेशन में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर काम कर रहा हूँ और हाल ही में मुझे एक ऐसा अद्भुत अनुभव का हिस्सा बनने का मौका मिला, जो मेरी जिंदगी का एक यादगार पल बन गया और मुझे अस्पताल में एक बच्चे से मिलने का अवसर मिला , जिसके दिल में सुराख़ था, और बच्चे का इलाज उस अस्पताल में चल रहा था।
यह बच्चा हृदय जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित था इस बच्चे का इलाज सर्जरी के माध्यम से किया जा रहा था। उपचार के बाद बच्चा और उसके परिवार वाले बहुत खुश थे यह देखना मेरे लिए बहुत संतोषजनक था कि इस इलाज के कारण बच्चे को एक नई जिंदगी मिल रही थी। बच्चे के परिवार ने अस्पताल और जेनेसिस फाउंडेशन को धन्यवाद दिया, और कहा कि इस इलाज ने उनके बच्चे को फिर से नयी जिंदगी दी है।
उसके बाद जब हम बच्चे से मिले, तो वह बहुत खुश था। उसके साथ-साथ हमने बच्चे को गिफ्ट भी दिया, जिससे वह और खुश हो गया। उसे देखकर मैं भी काफी खुश हुआ और उसने जेनेसिस फाउंडेशन का धन्यवाद किया।
इसके बाद, मेने डॉक्टर से बच्चे के स्वास्थय के बारे में पूछा डॉक्टर ने बताया कि इस बच्चे के दिल में छेद था और यह छेद जन्म के दौरान होता है जन्मजात हृदय रोग, एक ऐसी स्थिति है जिसमे बच्चे दिल सामान्य रूप से विकसित नहीं हो पाता, और यह कभी कभी जन्म के समय से ही मौजूद होता है
डॉक्टर ने मुझे समझाया कि दिल में सुराख़ एक जन्मजात समस्या है जो विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे कि हृदय की दीवारों में असामान्य विकास या अन्य शारीरिक कारण। इस प्रकार के मामलों में, सर्जरी या डिवाइस की मदद से इलाज किया जा सकता है। इससे दिल की दीवारों को ठीक किया जाता है और बच्चे के दिल को सामान्य तरीके से काम करने के लिए सक्षम बनाया जाता है।
जेनेसिस फाउंडेशन के साथ मिलकर, हम इस प्रकार के बच्चों के जीवन को बदलने में मदद कर रहे हैं। यह अनुभव मुझे यह एहसास दिलाता है कि हम समाज के प्रति कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, खासकर जब हम ऐसे बच्चों की मदद कर रहे होते हैं जिनकी जिंदगी इस इलाज से फिर से संजीवित होती है।